मनुष्य परमात्मा की सर्वश्रेष्ठ कृतिः भारती

editor

देहरादून। नवरात्र के पावन अवसर पर नव्य भारत फ़ाउंडेशन (एनबीएफ भारत) एवं सशक्त स्पेशल स्कूल, बालावाला, देहरादून, उत्तराखंड द्वारा “मिशन अपर्णा शक्ति “ के अंतर्गत एक विशेष सेमीनार दिव्यांग जन के लिए आयोजित करवाया गया। इस सेमिनार में  प्रखर वक्ता साध्वी अरुणिमा भारती कोर्डिनेटर ,दिव्य ज्योति जागृति संस्थान ,देहरादून मुख्य अतिथि के नाते उपस्थित रही। उन्होंने दिव्यांग जन को धर्म के मार्ग पर प्रशस्त होने का संदेश दिया और दिव्य दृष्टि प्राप्त करने का मार्ग बताया, साध्वी जी ने बताया कि मनुष्य परमात्मा की सर्वश्रेष्ठ कृति है।
इसका महत्व रंग रूप और शारीरिक संरचना से नहीं अपितु इसके भीतर निहित ईश्वरीय सत्ता से है। मानव के तीन स्तर है शारीरिक,  मानसिक एवं आध्यात्मिक। शारीरिक एवं मानसिक स्तर पर तो मनुष्य कार्यरत होता है लेकिन आध्यात्मिक स्तर पर जागृत न होने के कारण जीवन जीने की कला को नही सीख पाता और जीवन को और जटिल बना लेता है। अपने भीतर निहित ईश्वरीय सत्ता को जानने के बाद ही एक मनुष्य आत्मिक रूप से जागृत हो पाता है और समाज के विकास के लिए महत्व पूर्ण योगदान दे पाता है। सेमिनार में डा० अनिरुद्ध उनियाल, फिजियोथेरेपिस्ट ,पीजीआई चंडीगढ़ मुख्य वक्ता के नाते उपस्थित रहे उन्होंने बाधा मुक्त वातावरण  दिव्यांग जनों के लिए विषय पर संबोधित किया और दिव्यांग जनों को दिव्य अंग धारण करने  प्रभु की सबसे सुंदर कृति बताया। सेमिनार की अध्यक्षता उषा राणाजी उपनिदेशक , सशक्त स्पेशल स्कूल द्वारा किया गया उन्होंने सभी गणमान्यों का गरिमामयी उपस्थिति के लिए धन्यवाद व्यक्त किया, साथ ही दिव्यांग जनों के लिए नव्य भारत फ़ाउंडेशन द्वारा विशेष निशुल्क परामर्श कैंप  निरंतर भी आयोजित  करवाया जा रहा है, साथ ही साध्वी जाह्नवी भारती जी, डॉ०साक्षी, शिवांश उनियाल, शताक्षी उनियाल, अनीता त्रिपाठी प्रधानाचार्य ओशियन इंटरनेशनल स्कूल ,गीता जी ,नितीन जी , आदि कई संस्था के लोग , व दिव्यांग जन  एवं उनके परिवार के सदस्य उपस्थित रहे।

Leave a Comment