देहरादून। लगातार हो रही बारिश ने अल्मोड़ा और बागेश्वर के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। अल्मोड़ा की लाइफ लाइन कहे जाने वाले एनएच क्वारब पुल के पास मलबा आने से मार्ग बंद हो गया है। वहीं जिले की विभिन्न सड़कों की हालत भी खस्ताहाल है। जिले के दो राजमार्ग सहित 9 सड़कें बंद हो गई हैं। यातायात बाधित होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अल्मोड़ा में बुधवार रात से लगातार तेज बारिश हो रही है। इस कारण जिले की विभिन्न सड़कों में पहाड़ों से बोल्डर, मलबा लगातार गिर रहा है। पेड़ गिरने से भी मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। इस कारण जिले के विभिन्न स्थानों पर सड़कें बंद हो गई हैं। इनमे दो राजमार्ग, दो मुख्य जिला मार्ग एवं चार ग्रामीण मार्ग शामिल हैं।
सड़कों पर मलबा आ जाने से क्षेत्र वासियों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 109 अल्मोड़ा से क्वारब हनुमान गढ़ी के पास मलबा आने से बंद हो गया है। मासी जालली मोटर मार्ग मुख्य जिला मार्ग गोजाशीष पर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। यहां से जाने वाले यात्री 16 अगस्त तक वैकल्पिक मार्ग से जायेंगे।
राजमार्ग 52 जैनल मानिला डोटियाल मोटर मार्ग, वालमारा स्याल्दे केदार मोटर मार्ग, भिकियासैंण बासोट घट्टी मोटर मार्ग, देघाट चिन्तोली मोटर मार्ग, मंगलता त्रिनेली मोटर मार्ग, सिमलधार सेलापानी मोटर मार्ग, राजमार्ग 58 बागेश्वर गिरिछीना मोटर मार्ग भी पहाड़ों से बोल्डर और मलबा आने से अवरुद्ध हो गए हैं। सड़कों के बंद होने की सूचना पर जिला आपदा कंट्रोल रूम से संबंधित विभागों को सूचना दी गई। जिसके बाद लोनिवि निर्माण खंड, प्रांतीय खंड एवं पीएमजीएसवाई की ओर से मौके पर जेसीबी भेजी गईं। जिसके बाद सड़कों एवं मार्गों से मलबा हटाने की कार्रवाई शुरू की गई है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल ने बताया कि मलबा हटाने के लिए जेसीबी भेज दी गई हैं। मार्ग एवं सड़कों को यातायात के लिए शीघ्र ही सुचारू कर दिया जाएगा। चंपावत जिले में भारी बारिश से राष्ट्रीय राजमार्ग स्वाला के पास फिर बाधित हुआ है। स्वाला डेंजर जोन राष्ट्रीय राजमार्ग में यात्रा करने वालों के लिए बड़ा सिर दर्द बन चुका है। बीते एक साल से स्वाला डेंजर जोन में पहाड़ी ट्रीटमेंट का कार्य चल रहा है। बीते वर्ष स्वाला में भू स्खलन से सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। लंबे समय तक राष्ट्रीय मार्ग पूरी तरह बंद रहा था।