देहरादून। डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी, जिसे देश की अग्रणी एआई यूनिवर्सिटी के रूप में जाना जाता है, लगातार अपने विद्यार्थियों और समाज को व्यावहारिक ज्ञान से सशक्त बनाने की दिशा में अग्रसर है। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) और सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के सहयोग से “सिक्योरिटीज़ मार्केट का परिचय” विषय पर एक क्षेत्रीय निवेशक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों, पेशेवरों और निवेशकों को पूंजी बाजार की कार्यप्रणाली, नियामक ढांचे और निवेशकों के अधिकारों की जानकारी देना था। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजय जसौला, प्रो वाइस चांसलर डॉ. राजीव भारद्वाज, एरिया चेयर डॉ. शालिनी सिंह एवं सेमिनार संयोजक सीएस अतुल कुमार रावत मौजूद रहे।
सेमिनार में एनएसई से दो विशेषज्ञ वक्ताओं ने शिरकत की। पवन कुमार भारद्वाज, सीनियर इंचार्ज (रेग्युलेटरी), एनएसई दिल्ली रीजन, जिन्होंने पिछले 16 वर्षों से वित्तीय सेवा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और सेबी के साथ मिलकर अनेक निवेशक जागरूकता कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न कराए हैं। वहीं, सीएस शर्मा, इंचार्ज, उत्तर प्रदेश रीजन, एनएसई, जिन्होंने अनुपालन और नियामक ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और निवेशक जागरूकता के क्षेत्र में विशेष पहचान बनाई है।
अपने संबोधन में डॉ. संजय जसौला, कुलपति, डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने कहा कि विश्वविद्यालय का लक्ष्य केवल सैद्धांतिक शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को वित्तीय साक्षरता और उद्योग से जुड़ी व्यावहारिक समझ प्रदान करना भी है, ताकि वे भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकें। यह सेमिनार विद्यार्थियों और प्रतिभागियों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हुआ। उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से विशेषज्ञों से संवाद कर पूंजी बाजार की बारीकियों को समझा। कार्यक्रम ने न केवल निवेशक जागरूकता को नई दिशा दी, बल्कि यह भी साबित किया कि डीबीएस ग्लोबल यूनिवर्सिटी शिक्षा और उद्योग के बीच सेतु बनाने के अपने मिशन को पूरी गंभीरता से आगे बढ़ा रही है।