रुद्रप्रयाग। राज्य स्थापना सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत पशु पालन विभाग की ओर से ग्राम नगरासू और कविल्ठा में पशु प्रदर्शनी के साथ ही पशु प्रबंधन गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ग्रामीणों को पशुओं में होने वाले रोग समस्या और उसके समाधान की जानकारी दी गई, जबकि ग्रामीणों को पुरस्कार भी वितरण किए गए। ग्राम नगरासू में प्रधान रंजना देवी की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी डॉक्टर राजीव गोयल ने पशु पलकों को पशुओं को अनेक बीमारी से बचाव की जानकारी दी। कहा कि पशुपालक समय-समय पर विभागीय योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर अपने पशुओं को अनेक बीमारियों से बचा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्वरोजगार को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चला रही है, ताकि युवाओं, किसानों और पशुपालकों के लिए रोजगार का अधिक से अधिक अवसर पैदा हो सके। पशु प्रदर्शनी का का मुख्य उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देना है। उन्होंने सरकार द्वारा गौपालन, बकरी पालन, मुर्गी पालन सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी और युवाओं और महिलाओं से पशुपालन के क्षेत्र में सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर आगे बढ़ने की अपील की। बताया की कार्यक्रम में पचास पशुओं की जाँच की गई और अपने पशुओं का ख्याल रखने और उन्हें बेहतर बनाने वाले पशु पालकों को पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य ऊषा देवी, पशुचित्साअधिकारी डॉ रचना थपलियाल, डॉ गौतम, पशुधन प्रसार अधिकारी प्रेम सिंह नेगी, विनय राणा और अन्य विभागीय स्टाफ के साथ 100 के करीब पशु पालक उपस्थित रहे। वहीं राजकीय पशु चिकित्सालय गुप्तकाशी द्वारा ग्राम कविल्ठा में पशु प्रदर्शनी का आयोजन ग्राम प्रधान कुलदीप राणा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में क्षेत्र पंचायत सदस्य आशा राणा रही। प्रदर्शनी एवं गोष्ठी में लगभग पचास पशुपालकों ने अपने लगभग 60 पशुओं के साथ प्रतिभाग किया। प्रदर्शनी में गाय वर्ग, भैंस वर्ग, बैलों की जोड़ी वर्ग में क्रमशः दलीप सिंह रावत, शिवदेई देवी, धर्मेन्द्र रावत को प्रथम पुरस्कार मिला। अन्य पुरस्कारों के साथ समस्त प्रतिभागियों को सांत्वना पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम में पशु चिकित्साधिकारी डॉक्टर बब्लू कुमार , डॉ शिवम, डॉ सुहानी, पशु चिकित्सा फार्मेसी अधिकारी अर्चना बेंजवाल, पशुधन प्रसार अधिकारी योगेंद्र कोटवाल व अन्य विभागीय कर्मचारी अनूप कुमार, आमिर कुमार आदि उपस्थित रहे।
पशुपालन के क्षेत्र में लाभ लेकर आर्थिकी करें मजबूतः डॉ राजीव