टिहरी। विकासखंड जाखणीधार के ग्रामसभा कंडियाल गांव में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के परिणामों ने इस बार एक नया इतिहास रच दिया। भगवती कोठियाल ने प्रधान पद पर शानदार जीत दर्ज करते हुए 97 मतों के रिकॉर्ड अंतर से अपने प्रतिद्वंद्वी को पराजित किया। उन्हें कुल 239 वैध मत (लगभग 61 प्रतिशत) प्राप्त हुए, जबकि दूसरे प्रत्याशी सीताराम जोशी को 142 मत प्राप्त हुए। यह जीत केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि जनविश्वास का प्रतिरूप है। गांव में 60.40 प्रतिशत मतदान के साथ इस बार मतदान भी ऐतिहासिक रहा, जिसमें युवा, मातृशक्ति और बुजुर्गों ने पूरे उत्साह से भागीदारी निभाई।
भगवती कोठियाल का जीवन भी उतना ही प्रेरणादायी है जितनी उनकी यह जीत। उन्होंने अपना पूरा जीवन गांव में व्यतीत किया और अपनी वृद्ध माता की सेवा को जीवन का संकल्प बनाया। छात्र जीवन के उपरांत कुछ समय उन्होंने मुंबई में व्यतीत किया, लेकिन महानगर की चकाचौंध भी उन्हें गांव की मिट्टी से दूर न कर सकी। वे वापस लौटे और ग्रामवासियों की सेवा में समर्पित हो गए।
देहरादून में गैर-सरकारी संस्थाओं के साथ काम करते हुए उन्हें प्रशासनिक तंत्र को नज़दीक से देखने और जनसरोकारों के लिए संघर्ष करने का अनुभव मिला, जिसने उन्हें जमीनी नेता बनने में मदद की। चुनावी समर में उतरने के बाद श्री कोठियाल ने किसी भी बड़े मंच या प्रचार साधन का उपयोग नहीं किया, बल्कि सीधे जनसंपर्क और आत्मीय संवाद के बलबूते अपने संबंधों को प्रगाढ़ किया और विश्वास अर्जित किया। यही विश्वास उन्हें जीत की ओर ले गया। कंडियाल गांव से इस बार क्षेत्र पंचायत में भी बाजी मारी है, गांव के ही युवा अंकित कोठियाल ने क्षेत्र पंचायत सदस्य 160 मतों के अंतर से काबिज की। अंकित कोठियाल ने जीत के बाद कहा कि मैं यहां कुछ बदलने नहीं, सबके साथ मिलकर एक नई शुरुआत करने आया हूं। मुझे यकीन है जब गांव का हर हाथ साथ देगा, तब विकास सिर्फ सपना नहीं, सच्चाई बनेगा। यह सफर मेरे अकेले का नहीं, हम सबका है।
भगवती कोठियाल ने जीत के बाद कहा कि यह विजय मेरी नहीं, ग्रामवासियों की है। मैं अपने गांव को एक आदर्श, स्वच्छ, आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से सक्षम पंचायत के रूप में विकसित करने के लिए वचनबद्ध हूं। यह मेरा नहीं, हम सबका संकल्प है।
उन्होंने आगे कहा कि अब कटुता को पीछे छोड़कर, भेदभाव को भुलाकर और एकजुट होकर गांव के सर्वांगीण विकास की ओर बढ़ने का समय है जिसमें गांव के हर व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। उनकी यह जीत गांव के लिए सिर्फ एक राजनीतिक बदलाव नहीं, बल्कि नई सोच, स्वच्छ राजनीति और गांव की आत्मा को फिर से जाग्रत करने वाला क्षण है। गांववासियों और समर्थकों द्वारा भगवती कोठियाल को दी गई यह जिम्मेदारी निश्चित ही ग्राम पंचायत कंडियाल गांव के लिए विकास, सद्भाव और सामाजिक न्याय की नई राह खोलेगी। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय कुलपुरोहित अनंतराम उनियाल, भगवती उनियाल के साथ साथ चंद्रमणि उनियाल, शक्ति कोठियाल, शीशराम, अजय, रामानन्द कोठियाल, रमेश कोठियाल, सुबोध कोठियाल, अंकित कोठियाल, अमित कोठियाल, रामकृष्ण आदि को दिया।