देहरादून। देहरादून मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष रविंद्र सिंह आनंद ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि प्रदेश में वन अग्नि से हाहाकार मची है। वन संपदा के साथ-साथ जंगली जानवरों को भी नुकसान हो रहा है और हमारे वन मंत्री का अभी तक कुछ पता नहीं है वह कभी विदेश दौरे पर तो कभी किसी और प्रदेश के दौरे पर व्यस्त हैं जहां एक और ऐसे हालात है ऐसे में उनका प्रदेश में ना होना उनकी इस समस्या को संभालने की असमर्थता को जताता है।
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार आ रहे बयानों से भी साफ जाहिर है कि वन मंत्री पर उनकी डांट फटकार झलाहट का भी कोई असर नहीं हो रहा है आए दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के बयान मीडिया में आ रहे हैं कि वह किस तरह से अपने अधिकारियों मंत्रियों पर वनग्नी को लेकर चिल्ला रहे हैं नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
रविंद्र सिंह आनंद ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सवाल उठाते हुए कहां है कि जहां ऐसी हालत है ऐसे में वही बता दे जनता को की वन मंत्री कहां गायब है और वह क्यों नहीं इस वन अग्नि को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई कर रहे हैं क्या वन मंत्री सुबोध उनियाल मात्र अपने ए सी कमरों में बैठकर समीक्षा बैठकर करने तक ही सीमित है और अपने विदेशी दौरों में व्यस्त है।
रविंद्र आनंद ने प्रदेश की जनता के लिए चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि ऐसी आपदा के वक्त संबंधित मंत्री विधायक अधिकारी पल्ला झाड़ कर इस तरह से जनता से दूरी बना लेंगे और अपनी जिम्मेदारी को नहीं समझेंगे तो प्रदेश का क्या हाल होगा। प्रदेश की जनता इन मंत्रियों के भरोसे बैठी है वे भला किसके पास जाकर अपनी गुहार लगाएं, जो मंत्री विधायक अपने मुख्यमंत्री की भी नहीं सुन रहे उनसे यही उम्मीद की जा सकती है कि वे जनता की भी कैसे सुनेंगे। रविंद्र आनंद ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि जनता मुख्यमंत्री से जवाब मांगे की वन मंत्री कहां है और कब तक इस वन अग्नि से छुटकारा मिलेगा।