देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस नेताओं की कारतूस, जहर जैसी बयानबाजी को उनके बीच वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा बताया है। पार्टी के वरिष्ठ विधायक एवं प्रदेश प्रवक्ता विनोद चमोली ने कटाक्ष किया कि समय पूर्व लिए जाने वे निर्णयों और चुनावी नियुक्तियों के बाद ऐसा ही होता है। आगे जब यह लड़ाई चरम पर पहुंचेगी तो कांग्रेस पार्टी का संभलना भी मुश्किल होगा, प्रदेशवासियों का विश्वास हासिल करना तो असंभव है।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के इस्तेमाल की जाने वाले शब्दावलियों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कहा, कोई किसी को फ्यूज्ड कारतूस बताता है, कोई कारतूस के खोखों से भी काम लेने का दावा करता है, कोई कार्यकर्ताओं से जहर निकलने और कोई राजनीतिक ब्लैकमेलरों से बचने की बात कहता है। फिलहाल ये सब कांग्रेस में नए सिरे से शुरू हुई वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है। जब समय से पहले आवश्यक रूप से जिम्मेदारियां तय कर दी जाती हैं तो यही होता है। चूंकि विधानसभा चुनाव में अभी बहुत समय है, और चुनाव संचालन और प्रचार समिति प्रमुखों की घोषणा कर दी गई। हालांकि यह सब अध्यक्ष पद को लेकर गुटबाजी को रोकने के लिए किया गया, लेकिन बिना काम के खाली बैठे ये पदाधिकारी अब एक दूसरे को ही ठिकाने लगाने में लग गए हैं। स हरक सिंह रावत, कांग्रेस पर कब्जा करना चाहते हैं और यह हरीश रावत को किनारे किए बिना संभव नहीं है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, अभी तो यह लड़ाई की शुरुआत है लिहाजा जब यह चरम पर पहुंचेगी तो कांग्रेस का संभलना भी मुश्किल होगा। जो पार्टी खुद को नहीं संभाल सकती है, उसके प्रदेश संभालने के दावों पर कौन यकीन करेगा। ऐसे में चुनाव सही से लड़ना और जनता का विश्वास जीतना उनके लिए लगभग असंभव लक्ष्य है।
समय पूर्व नियुक्तियों से कांग्रेस में तेज हुई वर्चस्व की लड़ाई का नतीजा है अनर्गल बयानबाजियांः भाजपा