रुद्रप्रयाग। राजकीय शिक्षक संघ की एक गूगल मीट हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान और संचालन महामंत्री रमेश पैन्युली ने की। इसमें दोनों मंडल कार्यकारिणी तथा 13 जनपदों के अध्यक्ष मंत्री एवं प्रांतीय पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड में राजकीय शिक्षकों द्वारा जो सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है, उसकी मंडल कार्यकारिणी तथा 13 जनपदों के अध्यक्ष, मंत्री एवं प्रांतीय पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड में राजकीय शिक्षकों द्वारा जो सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है, उसकी आगामी रणनीति क्या होगी, विचार विमर्श किया गया। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि राजकीय शिक्षक संघ अपनी न्यायोचित मांगों के लिए अवकाश के दिन श्रीनगर गढ़वाल और हल्द्वानी कुमाऊं में एक विशाल जुलूस निकालेगा और आम जनमानस तक अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर समर्थन हासिल करेगा। यह भी निर्णय लिया गया कि सभी सरकारी कार्यक्रमों का बहिष्कार किया जाएगा तथा अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों का घेराव भी किया जाएगा। श्राद्ध पक्ष में जो भी अवकाश का दिन होगा, उस दिन जनपद एवं ब्लॉक मुख्यालयों पर सीधी भर्ती के निरस्त की मांग का लेकर तर्पण दिया जाएगा। इसके बावजूद भी न्यायोचित मांगों का निस्तारण नहीं किया जाता है तो प्रदेश स्तर पर एक बड़ा जुलूस निकाला जाएगा और सचिवालय एवं मुख्यमंत्री के कार्यालय का घेराव किया जाएगा और फिर आगामी रणनीति बनाई जायेगी। यह भी निर्णय लिया गया कि सभी प्रभारी प्रधानाचार्यों, प्रधानाध्यापकों एवं डायट प्राचार्यों को प्रभार त्याग के बाद केवल शिक्षण कार्यों को ही किया जायेगा और अगर प्रभार त्याग के बाद अगर किसी स्कूल में शिक्षकों के अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रभार दिया जाता है तो राजकीय शिक्षक अधीनस्थ कार्मिक के आदेशों का अनुपालन नहीं करेगा और अनावश्यक रूप से विभागीय अधिकारियों द्वारा कोई दबाव डाला गया तो संगठन संबंधित अधिकारियों के प्रति मानसिक उत्पीड़न एवं मानहानि का मुक़दमा न्यायालय में दर्ज करेगा। अंत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि प्रदेश पूर्ण से आपदाग्रस्त है और छात्रों के पठन-पाठन में काफी व्यवधान उत्पन्न हुआ है। इसलिए उत्तराखंड के राजकीय विद्यालयों में शिक्षक केवल अध्यापन कार्य करेंगे और अन्य शिक्षण के इत्र सभी कार्यों का बहिष्कार छात्र हित में करेंगे। राजकीय शिक्षक संघ रुद्रप्रयाग जोर-शोर से इन तैयारियों में जुट गया है।