देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने कहा कि श्रीराम और उनके मन्दिर को लेकर कांग्रेस की मंशा का देश गवाह रहा है और अब कांग्रेसी एन चुनाव के वक्त जो दलीलें दे रहे हैं उन पर जनता को भरोसा नही है। पूर्व सीएम हरीश रावत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चैहान ने कहा कि पीएम मोदी ने कांग्रेस की मंशा को लेकर सचेत किया तो कांग्रेस की ओर से सफाई देने का क्रम भी शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि मन्दिर के निर्माण मे तुष्टिकरण के चलते रोड़े अटकाने वाले कांग्रेसी राम मन्दिर मे प्राण प्रतिष्ठा से दूरी बनाते दिखे यह सब जानते है। तमाम किरकिरी के बाद भी कांग्रेस ने प्राण प्रतिष्ठा का बहिष्कार किया और बाद मे जो नेता गए उनके साथ क्या हुआ सब जानते हैं।
कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व राम मन्दिर के निर्माण से नाखुश है और यही कारण है कि सभी कांग्रेसियों को अयोध्या न जाने के लिए सख्ती कर दी गयी। खुद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम चुनाव घोषित होने से कुछ दिन पहले ही अयोध्या गए, लेकिन उसके पीछे भी उनकी चुनावी मंशा साफ थी। ऐसे कई विधायक, सांसद और वरिष्ठ नेता हैं जो इसी वजह से कांग्रेस से अलग हो गए, क्योंकि राम मन्दिर को लेकर उन पर दबाव था।
चैहान ने कहा कि अदालत मे वकीलों की फौज खड़ी कर राम के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस को लोग भूले नही हैं। अब कांग्रेस भविष्य मे सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर क्या निर्णय लेगी उसकी शुरू से लेकर प्राण प्रतिष्ठा तक की मंशा को देखकर आशंका स्वाभाविक है। क्योंकि तुष्टिकरण के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।
चैहान ने कहा कि चुनाव के दौरान सनातन मतावलंबियों के रुख को देखकर कांग्रेस बैकफुट पर आ रही है, लेकिन उसे इसका कोई लाभ नही होने वाला है। पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों का करार दे चुके हैं तो जनता की चिंता वाजिब है और भाजपा इसे किसी भी सूरत मे स्वीकार करेगी। कांग्रेस दलील दे रही है कि उसने राम मन्दिर के निर्माण को चाहा है, लेकिन उसमे कितने रोड़े अटकाये इसे भी याद रखने की जरूरत है। वह भविष्य मे सुप्रीम कोर्ट के फैसले को यथावत रखने को जितने तर्क और अश्वासन दे जनता को भरोसा नही है। जनता उसके सनातन विरोधी रुख को लेकर उसे फिर सबक सिखाने जा रही है।