देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस को मतदाता जागरण अभियान की शुरुआत, स्वयं अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से करने का साथ सुझाव दिया है। प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने तंज कसते हुए कहा, नेहरू से लेकर सोनिया गांधी तक वोट और दूसरों का हक की चोरी करना कांग्रेस की फितरत रही है। आज भी यही दोष वे भाजपा पर मढ़कर अपनी नाकामियों को छिपाना चाहती है।
विभिन्न माध्यमों में मीडिया से हुई बातचीत में उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकारों का इतिहास वोट चोरी के गुनाहों से भरा पड़ा है। जिसमें बड़ी घटनाओं की बात करें तो सबसे पहली वोट चोरी नेहरू ने की, सरदार पटेल के पक्ष में 9 प्रांतों के वोट पड़ने के बावजूद स्वयं को पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष पर मनोनीत करवा कर। इंदिरा गांधी की वोट चोरी जब न्यायालय ने पकड़ी तो तो आपातकाल लगाकर समूचे भारत के अधिकारों पर डकैती मारी गई। देश ने कांग्रेस शासन में लोकतंत्र का वह स्याह दौर देखा है जब वोट चोरी नहीं बल्कि बूथ के बूथ लुट जाया करते थे। स्वयं अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय सीताराम केसरी को कार्यालय से बाहर फेंकर उसपर कब्जा कर, सोनिया गांधी द्वारा की गई अधिकारों की चोरी भी सभी ने देखी। इन दिनों वोट चोरी के आरोप कांग्रेस के नए शिगूफे हैं जनता का ध्यान लगातार हार के बनते रिकॉर्ड से भटकाने का। इससे पहले ये ईवीएम में कमी निकालकर अपने राजकुमार राहुल गांधी की नाकामी छिपाते रहते थे।
उन्होंने पलटवार किया कि यदि राहुल गांधी के आरोपों में थोड़ी भी सच्चाई है तो क्यों वे चुनाव आयोग के सामने शपथ पत्र देकर अपनी बात क्यों नहीं कहते? क्योंकि संसद में शपथ लेने से कोई न्यायालय में शपथ पत्र देने से बच नहीं सकता है। दरअसल वे जानते हैं कि वे सफेद झूठ बोल रहे हैं। लिहाजा अदालत में झूठे पाए जाने पर उन्हें कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इसलिए शपथ पत्र नहीं साइन करते।
वहीं उन्होंने कांग्रेस के केंद्र एवं राज्य में मतदाता जनजागरण अभियान चलाने को सिर्फ मीडिया सुर्खियां बनने की कोशिश का हिस्सा बताया। कहा, प्रदेश और देश की जनता अपने वोट के अधिकारों के प्रति पूरी तरह जागरूक और सजग है, सिवाय कांग्रेस और विपक्षी नेताओं-कार्यकर्ताओं के। लिहाजा उन्हें ऐसा जनजागरण अभियान स्वयं अपनी पार्टी में चलाए जाने की जरूरत है, जिसमें वेटिंग ही नहीं, मतदाता सूची की समीक्षा, वोट बनने की प्रक्रिया, बीएलए की भूमिका समेत तमाम चुनावी प्रक्रिया का प्रशिक्षण देना चाहिए। उन्होंने तंज किया, ऐसे ट्रेनिंग प्रोग्राम की घोषणा कांग्रेस तो कुछ महीने पहले भी अपने कार्यकर्ता के लिए की थी, लेकिन क्या किया, कुछ नहीं। हर बार भी ये सब सिर्फ मीडिया में घोषणा तक सीमित रही और यही हाल इसका आगे भी होना है। उन्होंने आइना दिखाते हुए कहा, सच तो यह कि कांग्रेस ने हमेशा वोटों की ही नहीं, जनता के विश्वास और उम्मीदों की भी चोरी की है। जिसका खामियाजा पहले देश ने उठाया, अब कांग्रेस पार्टी को लगातार हार के रूप में उठाना पड़ रहा है।