देहरादून। देहरादून की नूट्रिशनिस्ट और फिटनेस उत्साही रूपा सोनी ने आज राजपुर रोड स्तिथ होटल मार्बेला में श्व्हाई इज़ द वर्ल्ड गोइंग क्रेज़ी अबाउट मिलेट्सश् नामक अपनी पहली पुस्तक का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में उत्तराखंड की प्रतिष्ठित हस्तियों और अतिथियों ने भाग लिया। पुस्तक का विमोचन उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) के महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत, जनसंपर्क प्रबंधक एवं उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) के प्रशासन प्रभारी अमित पोखरियाल, इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट डीआरडीओ में वैज्ञानिक और संयुक्त निदेशक अनीता पुरी मोहिंदरा, दिल्ली फ़ूड वॉक्स के संस्थापक अनुभव सपरा और रेडियो जॉकी काव्य सहित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा किया गया। इसके बाद उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए, अनीता पुरी मोहिंदरा ने मिलेट्स के अद्वितीय स्वास्थ्य लाभों पर प्रकाश डाला, और इंसान की अच्छी सेहत को बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। दुर्गेश पंत ने रोजमर्रा की जिंदगी में मिलेट्स के एकीकरण के बारे में अपनी किताब में बखूबी बताने के लिए रूपा सोनी के सूक्ष्म प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, पुस्तक में एक व्यापक दृष्टिकोण, विशेष रूप से अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और मिलेट्स-आधारित व्यंजनों की एक विविध श्रृंखला का समावेश है। रूपा की पहली किताब की सराहना करते हुए, अमित पोखरियाल ने भारतीय आहार में मिलेट्स को फिर से शामिल करने की अनिवार्य आवश्यकता के बारे में बात करी। उन्होंने कहा, ष्मिलेट्स का गहरा ऐतिहासिक महत्व और पोषण मूल्य है। रूपा की किताब निश्चित रूप से पाठकों को मिलेट्स के असंख्य लाभों के बारे में बताएगी। इस अवसर पर बोलते हुए, अनुभव सपरा ने पुस्तक की पहुंच और उपयोगिता की प्रशंसा की, और पूरे भारत में मिलेट्स की खपत को पुनर्जीवित करने की इसकी क्षमता पर ध्यान केंद्रित किया।
आरजे काव्या ने कहा, यह किताब रूपा द्वारा लोगों को उनकी आहार संबंधी जड़ों से फिर से जोड़ने का एक प्रशंसनीय प्रयास है। मिलेट्स एक भूला हुआ अनाज है जिसके बारे में लोगों को याद दिलाने की ज़रूरत है।